नैनीताल : अब यहां चली हरे भरे पेड़ो में आरी, आखिरकार कब सुधरेंगे लोग

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धानाचूली / नैनीताल। धानाचूली बैंड से 4 किमी की दूरी पर स्थित जाड़ा पानी में सैकड़ो हरे पेड़ काट डाले है। जिनमें राज्य पुष्प बुरांश, बाज समेत विभिन्न प्रजातियों के पेड़ शामिल है। इसकी भनक न तो तहसील प्रशासन को है और न ही वन विभाग को। एक तरफ तो सरकार द्वारा पर्यावरण को लेकर विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही है। तो वही दूसरी ओर विकास कार्य के लिए वन पर्यावरण मंत्रालय से अनुमति लेनी पड़ती है। लेकिन जाड़ापानी में बिना किसी अनुमति के 5 फिट से लेकर 10 फिट गोलाई के बुरांश व बांज के कई पेड़ काट डाले है।

खास बात यह है कि स्थानीय लोग इसे वन पंचायत खुटियाखाल बता रहे है। जिसके संबंध में पूछने के लिए सरपंच प्रेम कोटलिया से फोन द्वारा संर्पक किया गया लेकिन फोन नही लगा। दूसरी ओर यह क्षेत्र धानाचूली अघरिया वन पंचायत विवादित क्षेत्र आने की बाते सामने आने पर अघरिया के सरपंच सुरेश चंद्र से वार्ता की गई जिसपर उन्होने बताया गया कि इस क्षेत्र में पूर्व 1982 के दौरान फल गोदाम लीज दी गई थी लेकिन मात्र वहां पर फल गोदाम है जंगल मे नुकसान की इन्हें कोई जानकारी नही है इसकी जांच कराकर रिपोर्ट दर्ज की जाएगी।

इस सम्बंध में राजस्व उप निरीक्षक पूरन चन्द्र गुणवंत ने बताया गया कि जहां पेड़ो का कटान हुआ है वह वन विभाग का क्षेत्र है।वहीं वन विभाग के रेंजर प्रमोद कुमार से फोन पर वार्ता की गई जिसमें उन्होंने वन रक्षक को भेजने व जांच कराने की बात की हैं ।
जबकि धानाचूली ओखलकांडा मार्ग में जाड़ा पानी मे सड़क से लगा हुआ क्षेत्र 200 मीटर लम्बाई एवं 60 मीटर चौड़ाई वाले क्षेत्र में तार बाढ़ कर हरे पेड़ो का कटान जारी है। जबकि इस मार्ग से वन विभाग के अधिकारी जाते रहते है लेकिन अब तक किसी ने भी कार्यवाही करने की जहमत नही उठाई ।

इस पर उपजिलाधिकारी योगेश सिंह मेहरा ने बताया कि मौके पर राजस्व निरीक्षक को भेजा जा रहा है उसके बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।

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