नैनीताल। गर्वनमेंट पेंशनर्स वैलफेयर ऑर्गनाइजेशन उत्तराखंड के तत्वावधान में राज्य अतिथि सभागार में पेंशनर्स ने प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक का आयोजन किया । इस दौरान पेंशनर्स ने गोल्डन कार्ड स्वास्थ्य सम्बन्धी मुद्दे व पेंशन व्यवस्थाओं पर चर्चा की।
रविवार को गर्वनमेंट पेंशनर्स वैलफेयर ऑर्गनाइजेशन उत्तराखंड द्वारा आयोजित बैठक में प्रदेश भर के पेंशनर्स ने अपने विचार रखते हुए कहा कि सरकार गोल्डन कार्ड में मौजूद विसंगतियों को दूर करें। गोल्डन कार्ड जारी करते हुए सरकार ने कहा था कि सभी सरकारी अस्पतालों में मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी लेकिन किसी भी सरकारी अस्पतालों में मुफ्त इलाज की सुविधा नही दी जा रही है। उनके द्वारा कई बार सरकार से इसके सुधार के लिए मांग की गई लेकिन अब तक कोई सुधार नही किया गया। कहा कि सरकार इस घातक व्यवस्था को बंद करें।
साथ ही कहा कि कोई भी पेंशनर्स एक जुलाई, एक दिसम्बर व एक जनवरी को रिडायर्ड होते है तो उन पेंशनर्स को वेतन वृद्धि का लाभ नही दिया जा रहा है जो कि उनका हक है। पेशनर्स कहा कि कर्मचारियों के सेवानिवृत्त होने पर 65 वर्ष में 75 फीसदी व 75 वर्ष में 100 फीसदी पेंशन दी जाए।
वहीं प्रांतीय अध्यक्ष जे एस जैन ने कहा ने कि सरकार द्वारा जनवरी माह से पेंशन में मासिक कटौती की जा रही है। और यह योजना केवल उत्तराखंड में लागू की गई है। कहा कि सरकार एक हजार रुपये मासिक चिकित्सा भत्ता भी दे।
इस दौरान 80 वर्ष पूर्ण कर चुके पेंशनर्स को सम्मानित किया गया। साथ ही पर्यावरण दिवस के अवसर पर जैव विविधता के लाभ विषय पर प्रतियोगिता का आयोजन किया था जिसमें प्रथम, द्वितीय व तृतीय आने वाले बच्चो को भी पुरुस्कृत कर सम्मानित किया गया। जिसमें सीनियर वर्ग में प्रथम नीमा सिजवाली, द्वितीय साहिल, तृतीय वर्तिका खत्री रहें व जूनियर वर्ग में प्रथम अर्चना शर्मा, द्वितीय आइसा, तृतीय सागर वाल्मीकि रहें।