नैनीताल। अगस्त क्रांति दिवस के अवसर पर मंगलवार को अखिल भारतीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारी संगठन नैनीताल ने तल्लीताल डांट में स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदानों व उनके कार्यों को याद करते हुए महात्मा गांधी की प्रतिमा में श्रद्धा सुमन अर्पित कर व मोमबत्ती जलाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान कार्यवाहक अध्यक्ष प्रकाश लाल शाह ने कहा की देश की आजादी के 75 वर्ष पूरे होने और यहां के लोगों की संस्कृति और उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास को याद करने और जश्न मनाने के लिए आजादी का अमृत महोत्सव भारत सरकार की ओर से की जाने वाली एक सराहनीय पहल है।
आपको बता दें कि आज पूरे देश में अगस्त क्रांति मनाई जा रही है, यह आंदोलन इसलिए शुरू हुआ क्योंकि अंग्रेजों ने भारत को स्वतंत्र बनाने के अपने वादे को पूरा न करते हुए यह स्पष्ट कर दिया था कि वह भारत को आजाद नहीं करेंगे। इसलिए महात्मा गांधी ने पूरे 9 अगस्त 1942 को देश में अगस्त क्रांति आंदोलन शुरू कर दिया था। जिसे भारत छोड़ो का नाम दिया गया साथ ही साथ इस आंदोलन में उन्होंने करो या मरो का नारा दिया था ।
दरअसल जब द्वितीय विश्व युद्ध हुआ तो अंग्रेजों ने भारत से उसका समर्थन मांगा था जिसके बदले में भारत की आजादी का वादा भी किया था।भारत से समर्थन लेने के बाद भी जब अंग्रेजों ने भारत को स्वतंत्र नहीं किया तो महात्मा गांधी ने अंग्रेजो के खिलाफ अंतिम युद्ध का ऐलान किया और मुंबई के एक पार्क से इस आंदोलन की शुरुआत करी जिसे आज अगस्त क्रांति मैदान भी कहा जाता है।
इस दौरान डॉ. अनुपम अशोक लाल शाह, बीना उप्रेती, कनक साह, पवन बिष्ट, सरिता कैड़ा रावत, निर्मल चौधरी ,ममता जोशी, कमला कुंजवाल, माधवी बिष्ट, तुलसी बिष्ट, चंदन बिष्ट, दिनेश भट्ट ,कमला बिष्ट , शैलजा भट्ट और धीरू पंत मौजूद रहें।