नैनीताल: कुमाऊं विश्वविद्यालय के इतिहास में पहली बार पत्रकारिता के तीन विद्यार्थियों को मिली पीएचडी की उपाधि

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नैनीताल: 1973 में कुमाऊं विश्वविद्यालय की स्थापना के बाद से पहली बार पीएचडी की डिग्री प्राप्त करने वाले पत्रकारिता के तीन विद्यार्थी भी शामिल रहे। इनमें डॉ. पूनम बिष्ट, डॉ. नवीन चंद्र जोशी व डॉ. जशोदा बिष्ट शामिल हैं। इनमें से डॉ. जोशी पहले सक्रिय एवं राज्य सरकार से मान्यता प्राप्त पत्रकार हैं जिन्होंने कुमाऊं विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में पीएचडी की डिग्री प्राप्त की है।

डॉ. जोशी ने प्रिंट मीडिया पर नए मीडिया के पड़ रहे प्रभावों पर देश में अपनी तरह का पहला मौलिक शोध किया है, जिसमें प्रिंट पत्रकारिता पर गहराते खतरे को इंगित किया गया है। वहीं, डॉ. पूनम बिष्ट कुमाऊं विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर हैं। वह आज किसी कारण समारोह में शामिल नहीं हो पाईं। डॉ. जशोदा बिष्ट ने महिला पत्रकारिता पर पीएचडी की डिग्री प्राप्त की है। वह नगर के एक विद्यालय में शिक्षिका हैं। शोध उपाधि प्राप्त करने पर पत्रकारिता के पीएचडी डिग्री प्राप्त दीक्षितों को प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत व स्थानीय विधायक सरिता आर्य के साथ ही पत्रकारिता विभाग के अध्यक्ष प्रो. गिरीश रंजन तिवारी ने विशेष बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।

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