नैनीताल : मनुष्य के मस्तिष्क में असीमित पावर है , इसका प्रयोग वह बेहतर शोध व आर्थिकी योगदान में कर सकता है :- प्रो. ललित तिवारी

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नैनीताल। कुमाऊं विश्वविद्यालय के शोध निदेशक प्रो. ललित तिवारी ने सोमवार को डीएसबी में विज्ञान वर्ग के प्रीपीएचडी कोर्स वर्क में बौद्धिक संपदा अधिकार तथा कंप्यूटर इन रिसर्च पर दो व्याख्यान दिए। प्रो. तिवारी ने कहा की मनुष्य के मस्तिष्क में असीमित पावर है वह इसका प्रयोग कर बेहतर शोध तथा आर्थिकी योगदान में कर सकता है। उन्होंने पेटेंट ,ट्रेड मार्क ,कॉपी राइट ,ट्रेड सीक्रेट ,ज्योग्राफिकल इंडिकेशन ,पर व्यापक जानकारी दी ।उन्होंने कहा की पेटेंट 20वर्ष तक मान्य है तो मार्क एवं इंडिकेशन 10वर्षो तक एवं कॉपी राइट 60वर्षो तक मान्य है। कहा की अप्लाइड रिसर्च में बौद्धिक संपम्पदा अधिकार अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने जोर दिया की बुद्धि का सकारात्मक इस्तेमाल समाज की समस्याओं का समाधान कर सकता है तथा पर्यावरण को संरक्षित करने में भी भूमिका निभा सकते है। कहा की बिना कंप्यूटर शोध संभव नहीं है कम्प्यूटर रिव्यू ,मेथिडोलॉजी डाटा एनालिसिस तथा सॉफ्टवेयर से आसान हो जाती है। उन्होंने कहा की कम्प्यूटर शोध को रोचक बनाते है। उन्होंने प्लैगरिज्म तथा लिखने में अपनी कला का प्रयोग करने को भी कहा।

इस कोर्स वर्क में सोनल रायपा,वर्तिका जोशी,शीतल कोरंगा,सोनी ,सहित शोधार्थी उपस्थित रहे।

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