धारी/ नैनीताल। पुलिस ने बीते माह जून को ग्राम गौनियारो निवासी चन्दन सिंह गोनिया, पुत्र शिवराज सिंह गोनिया की हत्या के मामले में मृतक की पत्नी समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया हैं।
पुलिस ने बुधवार को प्रमोद कुमार साह क्षेत्राधिकारी भवाली ने चंदन की हत्या का खुलासा करते हुए बताया की मृतक चंदन की पत्नी यशवन्ती अपने मायके अमजड गई थी। जहा यशवन्ती द्वारा चन्दन को फोन कर अमजड बुलाया तथा उसके बुलाने पर 1 जून को मृतक के साले दिनेश द्वारा चन्दन को फोन कर डुंगरी बैण्ड मे रुक जाने व उसे खुद गाड़ी लेकर लेने हेतु आने की सूचना दी। जिस पर चन्दन 1 जून को अपने घर गौनियारों से अपने ससुराल अमजड़ को निकला और शाम को पतलोट से पैदल-पैदल अमजड़ को आया तथा रास्ते में ही ग्राम डुंगरी से लापता हो गया।
जिसपर परिजनों ने उसकी काफी तलाश की लेकिन वह नहीं मिला। जिसके कुछ दिन बाद एकाएक 6 जून को गुमशुदा चन्दन का शव डुंगरी धार के नीचे जंगल से बरामद हुआ।
जिसपर मृतक चन्दन के भाई सुरेश गोनिया ने घटना के सम्बन्ध में थाना मुक्तेश्वर में मुO FIR NO 29/22, धारा 302 भादवि बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया।
वहीं घटना के सम्बन्ध में पहले से ही वादी पक्ष मृतक के ससुराल पक्ष पर चन्दन की हत्या किये जाने का शक व्यक्त कर रहे थे, जिसपर शक के आधार पर गठित नैनीताल पुलिस टीम द्वारा 27 जुलाई को मृतक की पत्नी यशवन्ती, साला दिनेश रावत व मृतक की पत्नी के जीजा नरेन्द्र मेवाड़ी का पॉलीग्राफी टेस्ट कराया गया।
साथ ही घटना की खुलासे के लिए एसआईटी का गठन किया गया।
पुलिस ने बताया की यशवन्ती व मृतक चन्दन का विवाह लगभग 03 वर्ष पूर्व हुआ था और दोनो में कुछ बातो को लेकर दाम्पत्य जीवन ठीक नहीं चल रहा था। जिसको लेकर यशवन्ती अपने पति चन्दन से मुक्त होना चाहती थी। जिसपर यशवन्ती ने अपने भाई दिनेश रावत को अपनी व्यथा बताई।
जिसके बाद दिनेश ने अपने साथी कमल को अपनी बहन का दर्द सुनाया तो कमल उसकी मदद को तैयार हो गया और योजना बनाकर चन्दन को डुंगरी बैण्ड में ही रूकने को कहा।
जहां दोनो ने चंदन की पत्थरों से मारकर हत्या कर दी और उसका शव नीचे जंगल में फेंक दिया तथा लोगो की नजरो मे बने रहने के लिये दोनो चुपचाप रामलीला में आ गये।
पॉलीग्राफ टेस्ट के आधार पर 22 वर्षीय दिनेश रावत , 25 वर्षीय कमल तथा 21 वर्षीय यशवन्ती ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। जिसपर पुलिस ने चन्दन की हत्या किये जाने के सम्बन्ध में तीनों को गिरफ्तार कर लिया हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा हत्या का खुलासा करने वाली टीम को 5000 रुपये के ईनाम की घोषणा की है।
इस दौरान गिरफ्तारी टीम मे महेश जोशी थानाध्यक्ष मुक्तेश्वर, एसआई नन्दन सिंह रावत (एसओजी प्रभारी नैनीताल), कांस्टेबल विपिन शर्मा, त्रिलोक सिंह, अशोक, राजेश कुमार , प्रदीप पिलखवाल , चन्द्रशेखर मल्होत्रा, महिला कांस्टेबल सुमन राणा मौजूद रहें।