नैनीताल : जिला प्रशासन ने ठंडी सड़क पर भूस्खलन के बढ़ते खतरे को देखते हुए सुरक्षा के मद्देनजर कटीले तारों की बैरिकेडिंग कर आवाजाही पर लगाया प्रतिबंध

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नैनीताल की ठंडी सड़क पर लगातार हो रहे भूस्खलन को देखते हुए वहां आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई है। जिसके बाद जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल के निर्देश पर ठंडी सड़क पर जाल लगाकर संपर्क मार्ग पर आवाजाही बंद कर दी गई है।
गुरूवार को सिंचाई विभाग के द्वारा ठंडी सड़क में कटीले तारों की बैरिकेडिंग लगाकर सड़क को दोनों तरफ से बंद कर दिया है, जिससे कोई भी व्यक्ति आवाजाही न करे।
मालूम हो कि पिछले वर्ष अक्टूबर माह में आई आपदा के कारण बड़ी मात्रा में मलबा आने से ठंडी सड़क को बंद कर दिया गया था। सिंचाई विभाग द्वारा भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र को दुरुस्त कराने के लिए 12 लाख रुपए की लागत से पहाड़ी का ट्रीटमेंट किया जा रहा था। वहीं अप्रैल माह में ठंडी सड़क को आवाजाही के लिए खोल दिया गया था। लेकिन बीते दिनों से हुई बारिश के दौरान एक बार फिर भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र की पहाड़ी से भूस्खलन हो रहा है। जिससे कुमाऊं विश्वविद्यालय के छात्रावास समेत ठंडी सड़क से पैदल आवाजाही कर रहे लोगों की जान पर खतरा मंडरा रहा है। जिसपर सुरक्षा के मद्देनजर जालियों की बैरेकेडिंग लगाकर ठंडी सड़क में आवाजाही बंद कर दी गई हैं।

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