साथी ने ही कर दी रजाई कारोबारी की हत्या, 29 अक्तूबर से लापता था मृतक

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नैनीताल में ओखलकांडा के कचलाकोट से 29 अक्तूबर से लापता रजाई कारोबारी की हत्या उसके साथी ने ही कर दी। राजस्व पुलिस ने तीन सहआरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद गांव में गदेरे के पास गड्ढा खोदकर लापता युवक का शव बरामद किया है। हत्या का मुख्य आरोपी फरार चल रहा है।

धारी एसडीएम योगेश सिंह मेहरा ने बताया कि ओखलकांडा के कचलाकोट में रजाई-गद्दे का काम करने वाले तबरेज आलम पुत्र जहीर मियां निवासी चंपारण बिहार 29 अक्तूूबर से लापता थे। लापता कारोबारी के भाई शोएब आलम ने राजस्व पुलिस को तहरीर देकर गुमशुदगी दर्ज कराते हुए अनहोनी का अंदेशा जताया था। एसडीएम ने बताया कि लापता कारोबारी की खोजबीन के लिए राजस्व पुलिस की टीम ने स्थानीय लोगों से पूछताछ की।

पटवारी ने शक के आधार पर स्थानीय निवासी यशोदा देवी और उनके पति महेश सिंह से सख्ती से पूछताछ की। दोनों ने बताया कि लापता कारोबारी तबरेज के साथ काम करने वाले संतू बैठा निवासी चंपारण बिहार ने ही उसकी हत्या की। शव ठिकाने लगाने में मदद करने के लिए हमें और गांव की देवकी देवी को पैसों का लालच दिया। इस पर तीनों ने गांव में गधेरे के पास गड्ढा खोदने में आरोपी संतू बैठा का साथ दिया। फिर आरोपी गांव से फरार हो गया।

दोनों के बयान के आधार पर शनिवार को राजस्व पुलिस ने मृतक के भाई की मौजूदगी में शव को गड्ढे से बाहर निकाला। एसडीएम ने बताया कि शव पोस्टमार्टम के लिए हल्द्वानी भेज दिया है। हत्या में शामिल मुख्य आरोपी फरार है। उसकी गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर दी गई है। घटना में शामिल तीन लोगों से पूछताछ की जा रही है। हत्या की वजह फिलहाल सामने नहीं आ सकी है।

कट्टे में लपेटकर डाला गया शव

एसडीएम योगेश सिंह मेहरा का कहना है कि आरोपियों ने शव को कट्टे के अंदर डालकर ठिकाने लगाया था। डेढ़ माह से ज्यादा समय होने के कारण शव क्षत-विक्षत हालत में था। मुख्य आरोपी तबरेज के साथ ही रजाई-गद्दे का काम करता था। मामले को रेगुलर पुलिस को सौंपने की कार्यवाही जल्द की जाएगी। इधर, विधायक राम सिंह कैड़ा का कहना कि पर्वतीय क्षेत्रों में कारोबार करने के लिए बाहर से आने वाले लोगों का सत्यापन कराया जाएगा।

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