नैनीताल। कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत के निर्देश पर बीते दिनों नैनीताल के बारापत्थर स्थित घोड़ा स्टैंड में वन भूमि पर पिछले कई सालो के अवैध कब्जों को जिला प्रशासन, वन विभाग और प्राधिकरण की टीम ने मिलकर हटवाया था। जिसके कुछ दिन बाद सोशल मीडिया में बारापत्थर क्षेत्र में हुए ध्वस्तीकरण की वीडियो को एडिट कर उसमे वॉइस ओवर किया गया। देखते ही देखते यह वीडियो वायरल होने लगी थी जिस पर उच्च न्यायालय के अधिवक्ता ने कोतवाली में शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की थी जिस पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है।
बता दें कि बीते पांच मई को नैनीताल के मल्लीताल स्थित बारापत्तर क्षेत्र में वन विभाग की भूमि से कब्जा खाली कराने के वीडियो को आतंकी संगठन से जोड़कर वीडियो वायरल होने लगी थी। वायरल वीडियो के कारण सरोवर नगरी नैनीताल का माहौल खराब न हो इसको देखते हुए नैनीताल के अधिवक्ता नितिन कार्की ने मल्लीताल कोतवाली में तहरीर देकर वीडियो की जांच कर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी। तहरीर में अधिवक्ता कार्की ने लिखा था कि 5 मई को बारापत्थर स्थित घोड़ा स्टैंड में अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए प्रशासन द्वाराअभियान चलाया गया था जिसमे वहाँ हुए अवैध कब्जों को हटवाया गया। इसके बाद सोशल मीडिया में एक वीडियो प्रसारित की जा रही है जिसमे आतंकवादी संगठन आईएसआईएस के झंडे और लड़के दिखाई दे रहे है जो बेहद चिंतनीय विषय है। इस तरह प्रायोजित तरीके से समाज मे भय का वातावरण उत्पन्न करने के उद्देश्य से किया जा रहा ये एक कृत्य है जिसे नज़रंदाज़ नही किया जा सकता। नितिन कार्की ने तहरीर में पुलिस से वायरल वीडियो को रुकवाने और भविष्य में किसी भी तरह के साम्प्रदायिक घटना को रोकने की अपील की थी,साथ ही वीडियो की जांच कर इसे बनाने वाले के खिलाफ भी आवश्यक कार्रवाई करने की मांग की थी। जिसके बाद पुलिस ने एक व्यक्ति का मोबाइल जब्त कर सर्विलांस में लगा दिया था।
एसपी क्राइम डॉ.जगदीश चन्द्रा ने बताया कि अधिवक्ता की शिकायत के बाद एक व्यक्ति का मोबाईल कब्जे में लिया है, जिसको सोशल मीडिया सर्विलांस यूनिट को भेजा गया है। बताया कि अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच भी शुरू कर दी है। सामने आए तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।