नैनीताल/भीमताल। नैनीताल में शुक्रवार को दोपहर बाद हुई ओलावृष्टि और बारिश से कुछ देर के लिए जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया और पर्यटक गतिविधियां भी कुछ देर के लिए थम गईं। करीब आधा घंटा तक हुई ओलावृष्टि से ठंड में भी इजाफा हो गया है।
नैनीताल और इसके आसपास के क्षेत्रों में शुक्रवार सुबह से ही बादल छा गए थे। सुबह करीब आठ बजे कुछ देर के लिए धूप खिली लेकिन बाद में फिर से बादल छा गए। दोपहर करीब दो बजे अचानक तल्लीताल से मल्लीताल तक पहले बारिश और फिर ओलावृष्टि होने लगी।
करीब आधे घंटे तक मल्लीताल क्षेत्र में ओले गिरे जबकि तल्लीताल क्षेत्र में कम ओले गिरे। इस दौरान शहर के अलग-अलग हिस्सों में मौज मस्ती कर रहे सैलानियों ने बारिश और ओलों से बचने के लिए होटल, रेस्टोरेंट और दुकानों में शरण ली।शाम करीब साढ़े चार बजे बारिश थम गई लेकिन कुछ देर बाद फिर से रिमझिम बरसात शुरू हो गई। खबर लिखे जाने तक बारिश रुक गई थी लेकिन आसमान में बादल छाए रहे। राइंका में स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक शुक्रवार दोपहर में अधिकतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान नौ डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था।
इधर भीमताल, भवाली, गरमपानी, पहाड़पानी, धारी क्षेत्र में बारिश होने से ठंड में इजाफा हुआ है। इससे लोगों को गर्म कपड़े पहने को मजबूर होना पड़ा।
मुक्तेश्वर में दस मिनट की ओलावृष्टि से फलों काे नुकसान
मुक्तेश्वर (नैनीताल)। मुक्तेश्वर के आसपास के क्षेत्रों में शुक्रवार को मौसम बदलने के साथ शाम तीन बजे दस मिनट तक हुई ओलावृष्टि से सेब, आडू, खुमानी, पूलम और नाशपाती के फलों और आलू की फसल को नुकसान हुआ है। क्षेत्र के किसान नारायण सिंह, हरेंद्र सिंह, पान सिंह ने कहा कि दस मिनट की ओलावृष्टि से फलों और आलू की फसल को नुकसान हुआ है। कहा कि किसान पहले ही ओलावृष्टि से परेशान हैं।