अगर आप हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से जूझ रहे हैं तो ये खबर आपके काम की है। यह एक तेजी से पनपने वाली बीमारी है, जिससे पांच करोड़ 70 लाख लोग प्रभावित हैं। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, हाई ब्लड प्रेशर से दिल का दौरा, स्ट्रोक, रेटिना को नुकसान और यहां तक ये मौत का कारण भी बनता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो इस बीमारी का 99 प्रतिशत इलाज सिर्फ दवा से नहीं बल्कि डाइट से भी किया जा सकता है। डॉक्टरों के अनुसार जब धमनियों में खून का दबाव बढ़ता है तो हार्ट को सामान्य क्रम से अधिक काम करना पड़ता है, इसी अत्यधिक प्रेशर को हाई ब्लड प्रेशर कहा जाता है। आसान भाषा में समझें तो सामान्य ब्लड प्रेशर का लेवल 120/80 होता है जब रक्तचाप का स्तर इससे अधिक होता है तो इस स्थिति को हाइपरटेंशन कहते हैं। सिर चकराना, घबराहट, पसीना आना और नींद न आना हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण हो सकते हैं। लेकिन ये लक्षण इतने कॉमन हैं कि इसके कई दूसरे कारण भी हो सकते हैं। एक शोध के अनुसार आंखों में ब्लड स्पॉट, जिसे सब्सकंजक्टिवल हैमरेज कहा जाता है, हाई ब्लड प्रेशर का वॉर्निंग साइन हो सकता हैं। डॉक्टरों का कहना है कि ब्लड प्रेशर को 85 से ऊपर जाते ही चेतावनी का संकेत माना जाता है। रक्तचाप बढ़ने के पीछे बदलते लाइफस्टाइल, स्ट्रेस, थकान और खराब डाइट को प्रमुख कारण माना जाता है। अगर आप नमक का ज्यादा सेवन करते हैं तो भी ब्लड प्रेशर बढ जाने का खतरा ज्यादा हो जाता है। जो लोग पहले से बीपी के मरीज हैं, कुछ रिपोर्ट में साफ हुआ है कि शारीरिक रूप से असक्रिय होना, धूम्रपान या शराब का अधिक सेवन भी बीपी बढ़ने का कारण माना जाता है। हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को खाने में खट्टे फल जरूर शामिल करने चाहिए। खट्टे फलों से इम्यूनिटी भी मजबूत होती हैण् खट्टे फलों में विटामिन, खनिज और कई तरह के पोषक तत्व होते हैं। जिससे आपका दिल स्वस्थ रहता है और हाई बल्ड प्रेशर भी कंट्रोल रहता है। आप खाने में अंगूर, संतरा, नींबू के अलावा केला भी खा सकते हैं। केले में भरपूर पोटेशियम होता हैं, जो सोडियम के प्रभाव को कम करता है। इससे ब्लड सेल्स में प्रेशर कम होता है और हाई ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल रहता है। कद्दू के बीज में बहुत सारे पोषक तत्व होते हैं। इन्हें खाने से ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल रहता है। इसमें पोटैशियम, मैग्नीशियम और आर्जिनिन पाया जाता है, जिससे ब्लड प्रेशर कम होता है। आप खाने में कद्दू के बीज या कद्दू का तेल इस्तेमाल कर सकते हैं। मछली में ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है, जिससे हमारा दिल स्वस्थ रहता है। मछली में पाया जाने वाला वसा रक्त वाहिकाओं को संकुचित करने वाले यौगिकों और सूजन को कम करता है। इससे ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में भी मदद मिलती है। इसलिए आपको अपनी डाइट में फैटी फिश शामिल करनी चाहिए। दालें फाइबर, मैग्नीशियम और पोटेशियम का भंडार हैं। कई शोध अध्ययनों ने रक्तचाप के स्तर को कम करने में बीन्स और दाल के सेवन के सकारात्मक प्रभाव को दिखाया है। इसलिए आप अपनी डाइट में दालों को शामिल जरूर करें। जामुन में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते हैं। जामुन में मौजूद एंथोसायनिन एंटीऑक्सिडेंट ब्लड में नाइट्रिक ऑक्साइड के लेवल को बढ़ाते हैं। जामुन खाने से ब्लड प्रेशर कम होता है।
सुनील बोरा
संपादक